आचमन लायक नहीं नैनीझील का जल..धार्मिक भावनाओं से जुड़ी है नैनीझील से आस्था
नैनीताल – नैनीताल की नैनीझील में लगातार 20 दिनों से सीवर का पानी लगातार झील में जा रहा है,,बड़ी बात ये है कि नयना देवी मन्दिर से लगे नाले में गंदगी वाले पानी से लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हैं। दरअसल पिछले 20 दिनों से चीना बाबा चौहाहे से लेकर मस्जिद चौराहे तक कई स्थानों पर सीवर का टेंक फटा है और पानी बड़े नाले के जरिये झील में जा रहा है..लगातार हो रही गंदगी पर शासन प्रशासन चुप है..हांलाकि कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत भी दर्ज की है बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
इस पानी से कैसे मिलेगा मानसरोवर जैसा पुण्य..
दरअसल स्कन्द पुराण’ के ‘मानस खण्ड’ में नैनीताल को त्रिऋषि सरोवर भी कहा जाता है और इस स्थान पर अत्रि, पुलस्क तथा पुलक ने तप कर पानी निकाला था कहते हैं कि इस झील के जल से स्नान करने पर मानसरोवर जैसा पुण्य भी मिलता है। दूसरे पौराणिक मन्यता के अनुसार सती की आख इस स्थान पर गिरी थी जिसके बाद से ही इसका नाम नैनीताल पड़ा..
इतनी पड़ी मन्यता होने के बाद भी नैनीताल की झील में लगातार गंदगी से भरे सीवर का पानी जा रहा है जिससे इस झील के धार्मिक महत्व पर भी असर पड़ रहा है। समाजसेवी व वकील दीपक रुवाली कहते हैं कि नैनीझील में सीवर का पानी जाना पर्यटन ही नहीं बल्कि हमारी धार्मिक आस्था के साथ भी खिलवाड़ है और जिला प्रशासन को शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। दीपक रुवाली कहते हैं कि स्थानीय प्रशासन को जल्द कड़े कदम उठाने होंगें ताकि झील साफ और स्वच्छ रहे।