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रिपोर्ट :: मुनीब रहमान

नैनीताल :: आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में कुमाऊँ विश्व विद्यालय के डीएसबी परिसर में ऑनलाइन सेमिनार आयोजन कर आजादी का अमृत महोत्‍सव और राष्‍ट्रीय काव्‍यधारा के हिंदी कवि’ विषय पर हिंदी विभागाध्‍यक्ष प्रो. चंद्रकला रावत द्वारा व्‍याख्‍यान दिया गया। जिसमे उन्‍होंने अपने व्‍याख्‍यान में आजादी के अमृत महोत्‍सव के विषय में गंभीरता से प्रकाश डालते हुए हिंदी साहित्‍य में समय-समय पर विभिन्‍न कवियों द्वारा प्रकाशित रचनाओं में राष्‍ट्रीयता की भावना को रेखांकित किया।
प्रो. चंद्रकला रावत ने राष्‍ट्रीय काव्‍यधारा हिंदी के प्रमुख कवियों माखन लाल चतुर्वेदी, बालकृष्‍ण शर्मा ‘नवीन’, सुभद्रा कुमारी चौहान, व रामधारी सिंह दिनकर का परिचय देते हुए उनकी मुख्‍य राष्‍ट्रीय भावना से ओतप्रोत रचनाओं पर प्रकाश डाला और बताया कि किस प्रकार इन कवियों ने परतंत्र भारत में जन-जन के हृदय में राष्‍ट्रीयता की भावना की अलख जगाई।
इस मौके पर विभाग के प्रो. निर्मला ढैला बोरा, प्रो. शिरीष कुमार मौर्य, डॉ. शुभा मटियानी, डॉ. शशि पाण्‍डे, मेधा नैलवाल, मथुरा इमलाल, डॉ. कंचन आर्या, दीक्षा मेहरा, पूनम, भावना राणा के साथ-साथ अन्‍य शोधार्थी समेत विभाग के सभी सदस्य मौजूद रहे।

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