जुबिन नौटियाल के लिए गीत लिखकर हिंदी सिनेमा में बनायी अपनी जगह
रिपोर्ट :: मुनीब रहमान
नैनीताल :: लालकुआं के हल्दुचौड़ में गुमटी नामक गांव में खीमानंद फुलारा और विनिता फुलारा के आंगन में पली बढ़ी रूबी बचपन से ही म्यूज़िक, नृत्य और थियेटर में सक्रिय रही हैं। आपको बता दें कि रूबी ने महर्षि विद्या मंदिर, हल्द्वानी से बारहवीं तक और ग्राफ़िक एरा विश्वविद्यालय देहरादून से एमबीए की डिग्री हासिल की है। हाल ही में प्रेम गीत 3 फ़िल्म का एक गाना “कोई ना कोई नाता है” काफ़ी सराहा जा रहा है।
फिल्म के निर्माता सुभाष काले ने संगीतकार के तौर पर पवनदीप राजन को चुना और गीतकार (लिरिक्स राइटर) के तौर पर उत्तराखंड की रूबी फुलारा ने इस गाने से बॉलीवुड में डेब्यू किया है, गीत को आवाज जुबिन नौटियाल ने दी है।
रूबी कहती हैं गीत – संगीत की प्रेरणा उन्हें अपने माता पिता और भाई से मिली है. रूबी के भाई विनय फुलारा भी सिनेमेटोग्राफर हैं।
वर्तमान में लंदन में निवास कर रही रूबी का अपने पहाड़ के प्रति अटूट प्रेम है , फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि वे पहाड़ की संस्कृति पर भी गीत लिखती हैं,
कुछ पंक्तियां साझा करते हुए रूबी कहती हैं –
“सुंदरता, सरलता और सादगी है मेरे पहाड़ में,
ज़िंदगी कठिन हैं पर सुकून है मेरे पहाड़ में ।
संस्कार, सभ्यता और सुशीलता मेरे पहाड़ में,
ज़िंदगी कठिन हैं पर सहजता है मेरे पहाड़ में ।।”
रूबी का नया गीत इन दिनों युवाओं की जुबान पर चढ़ कर बोल रहा है, और यूट्यूब पर रिलीज होने के कुछ घंटो में ही लाखों दर्शक इसे देख चुके हैं।