रामनगर: स्कूल बस से उतरकर सड़क पार कर रहे एक बच्चे को यात्री बस ने रौंद दिया। अस्पताल लाने पर बच्चे की मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर प्रदर्शन करते हुए चालक के खिलाफ कार्रवाई के लिए तीन घंटे जाम लगा दिया। जाम नहीं खुलने पर कोतवाल ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाकर मामला शांत कराया।
सुंदरखाल गांव निवासी गणेश चंद्र का आठ वर्षीय पुत्र पीयूष कुमार ढिकुली के एक निजी स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। गुरुवार को दोपहर बाद स्कूल से बस बच्चों को लेकर सुंदरखाल गांव पहुंची। परिचालक ने बच्चों को नीचे उतार दिया था। जैसे ही बच्चा सड़क पार कर रहा था। तभी उसे मोहान की ओर से आ रही यात्री बस ने रौंद दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस बच्चे को घसीटते हुए 20 मीटर तक ले गई। आसपास दुकानों में बैठे लोगों ने शोर मचाया तो बस को रोक लिया। चालक फरार हो गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर हाइवे किया जाम
इसके बाद बच्चे को रामनगर हास्पिटल लाया गया। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने सुंदरखाल गांव में ही चालक पर कार्रवाई करने व स्पीड बे्रकर लगाने की मांग को लेकर हाइवे पर जाम लगा दिया। गिरिजा चौकी इंचार्ज गगन ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने गहरा आक्रोश जताते हुए घटना को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। लेकिन ग्रामीण पुलिस अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। कोतवाल अरुण सैनी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने शाम पांच बजे जाम खोल दिया। इस दौरान चनर राम, केशव, दीपक हरिराम मौजूद रहे।