नैनीताल। नशा मुक्ति को लेकर नैनीताल पैरेंट्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से कुमाऊं विश्वविद्यालय के हर्मिटेज भवन में माइंड ओवर मैटर विषय पर विशेष कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला में नशे के बढ़ते प्रचलन पर वक्तताओं ने विचार रखे साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इतना ही नहीं कार्यशाला में नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता और रोकथाम पर विशेष बल दिया गया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. गरिमा कांडपाल तथा डॉ. हर्षवर्धन पंत ने नशीली दवाओं के प्रकारों तथा दुरुपयोग के मापदंडों और दवाओं के दुरुपयोग के अल्पकालिक और दीर्घकालिक परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुख्य अतिथि संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवल ने अपने व्यक्तिगत जीवन के सबक तथा अपने लक्ष्यों तक पहुँचने के दौरान आने वाली चुनौतियों को साझा किया। कहा कि अपने फ्यूचर को बेहतर बनाने की सोचो,बोली कि जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए। एसपी सिटी हरबंस सिंह ने समाज में गलत वस्तुओं का उपयोग न करने की बात कही। वरिष्ठ पत्रकार अफ जल हुसैन फ ौजी ने समाज में बढ़ते नशे के प्रचलन पर गंभीर चिंता जतायी,उन्होंने कहा कि समाज का युवा वर्ग तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रहा है,इसे विभिन्न माध्यमों से रोके जाने की सख्त जरुरत है। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं धूम्रपान की लत से संघर्ष किया और अधिक मजबूत तथा सफ ल होकर इससे बाहर निकले। कहा कि माता- पिता को भी अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की सख्त जरुरत है।
कार्यशाला में नैनीताल पैरेंट्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष कुमार, सचिव शेली सूरी कृष्णानी, कोषाध्यक्ष निवेदिता मेहरोत्रा समेत डॉ. रीना सिंह, प्रो. अशोक कुमार, कुमकुम शर्मा,एकता जोशी, सबीहा हुसैन, सुविद्या कुमार, नेहा छाबड़ा, पुरूषोत्तम कृष्णानी, कृपा कुरुविला आदि मौजूद रहे।
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नैनीताल। कार्यशाला में स्कूली बच्चों के मध्य चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया,जिसमें 13 से 16 और 17 से 21 आयु वर्ग के बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का विषय नशे के खिलाफ युवा सशक्तिकरण और नशा मुक्त समाज था। प्रतियोगिता के 13 से लेकर 16 आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार सनवाल स्कूल के प्रियांशु तपोवर्धन तथा द्वितीय पुरस्कार भारतीय शहीद सैनिक स्कूल के गर्वित नेगी जबकि तृतीय पुरस्कार बीएसएसवी की दीयाआगरी ने हासिल किया जबकि 17 से 21 आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार सेंट जेवियर्स स्कूल के विपिन चंद्र खंक्रियाल तथा द्वितीय पुरस्कार सनवाल स्कूल से हबीबा सिद्दीकी तथा तृतीय पुरस्कार बीएसएसवी से विनीता टम्टा ने झटका। प्रतियोगिता की निर्णायक डॉ. रीना सिंह तथा ललित थे।