नैनीताल – उत्तराखण्ड में खिड़ालियों की क्या हालत हैं इसकी बानगी आज उत्तराखण्ड हाईकोर्ट में देखने को मिली है। उत्तराखण्ड के अन्तराष्ट्रीय वाँक रेसर गुरमीत सिंह को हाईकोर्ट के दखल के बाद सरकार ने 5.50 लाख रुपये की पुरस्कार राशि जारी की है। इस दौरान कोर्ट ने उप निदेशक खेल को फटकार लगाते हुए कहा कि अन्तराष्ट्रीय धावकों के साथ ऐसा व्यवहार कैसे किया जाय सकता है। दरअसल 2016 में जापान की 20 किलोमीटर वाँक रेस में गुरमीत सिंह ने हिस्सा लिया और गोल्ड़ मेडल जीता..इसके साथ कई अन्तराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले इस खिलाड़ी को सरकार ने उनकी कामयाबी में 11 लाख के बजाए 5 लाख 50 ही सरकार ने दिये..इसके गुरमीत सिंह ने हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए कहा कि जब वो खेलने गये थे तब राज्य में खेल की 2014 की पाँलिसी थी उसके तहत उनको 11 लाख रुपये देने थे लेकिन सरकार ने आधा ही पैंसा दिया..हांलाकि खेल विभाग ने कोर्ट में कहा कि उनकी पाँलिसी बदल गई है जिसके चलते उनको साढे 5 लाख दी गई है। खेल विभाग के जवाब के बाद कोर्ट ने ज्वाइन डायरेक्टर खेल को कोर्ट में पेश होने को कहा और आज सुनावाई के दौरान जमकर फटकार लगाते हुए 2 बजे तक निर्णय लेने को कहा कोर्ट के सख्त व्यूह के बाद खेल विभाग ने 2 बजे 5 लाख 50 हजार का चैक जमा कर दिया है।